शाहजहाँपुर नगर के मध्य स्थित आर्य महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय वर्ष 1984 से छात्राओं की उच्च शिक्षा के लिए समर्पित भाव से कार्यरत है। महाविद्यालय का उद्देश्य है – वैदिक परम्पराओं के साथ छात्राओं का शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक उत्थान एवं उनमें देश प्रेम व राष्ट्रीय चेतना की भावना जाग्रत करके ऐसी शिक्षा प्रदान करना जिससे उनके बहुआयामी व्यक्तित्व का विकास हो सके।
महाविद्यालय में बी.ए., बी.एस.सी., बी.कॉम., एम.ए. (अंग्रेज़ी, समाज शास्त्र, अर्थशास्त्र), एम.कॉम., एम.एस.सी. (गणित विज्ञान) के साथ रोज़गार परक शिक्षा प्रदान करने हेतु पी.जी. डिप्लोमा इन ऑफिस मैनेजमेंट भी संचाल....
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प्रिय छात्राओं…
नवीन शिक्षा सत्र 2025-26 में आपका हार्दिक स्वागत है। एक हिन्दी साहित्य के साधक और महाविद्यालय की प्राचार्या के रूप में यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आज इस प्रबोधन के माध्यम से आपको हमारे महाविद्यालय की परम्पराओं का उसके उद्देश्य और भविष्य की संभावनाओं से अवगत करा सकूं। हमारा महाविद्यालय बालिकाओं के लिए अकादमिक उत्कृष्टता का केन्द्र नहीं, बल्कि मानवीय मूल्यों, सांस्कृतिक चेतना एवं स्वावलम्बन अधिकारिता की शिक्षा का भी एक मंदिर है, जहाँ बालिकाओं के लिए कोई भी संकोच नहीं – हमारा प्रयास यही रहता है कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित न रह जाए, बल्कि यह सम्पूर्ण चिंतन, व्यवहार और व्यक्तित्व को परिष्कृत करे। वास्तव में महाविद्यालय शिक्षा का केन्द्र मात्र या पुस्तकालय तक सीमित नहीं बल्कि वह वह स्थान है, जहाँ बालिकाओं को केवल पंख मिलते हैं और आकाश में उड़ान भरने की प्रेरणा और शक्ति भी मिलती है। अनुभवी एवं प्रबुद्ध प्राध्यापकों, समृद्ध पुस्तकालय, समस्त पाठ्यक्रम सामग्री की सुविधाएँ और विविध सांस्कृतिक गतिविधियाँ आपको इस शिक्षण संस्थान को समृद्ध बनाने के लिए प्रेरित करेंगी।
आप सभी से मेरा अनुरोध है कि सदैव जिज्ञासु बनें, प्रश्न करें, पढ़ें, सोचें और सबसे महत्वपूर्ण – अपने भीतर की आवाज़ को सुनें। आपका यह समय न केवल डिग्री प्राप्ति का है, बल्कि एक सम्वेदनशील नागरिक और जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में एक सुन्दर प्रयास है।
आर्य समाज के प्रवर्तक महर्षि दयानन्द सरस्वती की स्त्री शिक्षा के उद्देश्य को समर्पित यह महाविद्यालय गत 40 वर्षों से निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर हो रहा है।
मुझे प्रसन्नता है कि आर्य स्त्री समाज के द्वारा संचालित महाविद्यालय में सेवा का अवसर प्राप्त हुआ, मेरा निरंतर प्रयास रहा है कि जनपद में एक मात्र महिला महाविद्यालय में छात्राओं के लिए रोज़गार परक शिक्षा उपलब्ध हो सके, साथ ही छात्राओं की माँग पर उपयोगी विषयों की शिक्षा प्रारम्भ हो सके। इस पुनीत कार्य में मुझे शाहजहाँपुर की जनता का सहयोग प्राप्त हो रहा है।
महाविद्यालय का उद्देश्य है – छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाना व व्यावसायिक व जीविकोपार्जन शिक्षा देना, इसके लिए महाविद्यालय का प्रबंधन सदैव कटिबद्ध एवं संकल्पित है। इस पुनीत कार्य में आप सभी&
महाविद्यालय प्रशासन का यह प्रयास है कि छात्राओं के हित में वह सभी योजनाएं संचालित की जाएं जिनका लाभ छात्राएं इस जनपद में प्राप्त नहीं कर पा रही हैं। महाविद्यालय छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए सदैव प्रयासरत रहेगा।